महाकुंभ की भारी भीड़ मे श्रद्धालुओं की जानें गईं, परिवारों में शोक
प्रयागराज में महाकुंभ के चलते मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान के लिए जुटी भारी भीड़ में भगदड़ मच गई, जिसमें 30 लोगों की जान चली गई। इस घटना ने देशभर में शोक का माहौल बना दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हादसे में 90 लोगों के घायल होने की भी खबर दी है।
बिहार के 9 लोगों की मौत
इस हादसे में बिहार के 9 लोगों की जान गई है। सबसे ज्यादा मौतें गोपालगंज जिले से आए लोगों की हुई हैं। मरने वालों में औरंगाबाद, पटना, चंपारण और मुजफ्फरपुर के लोग भी शामिल हैं।गोपालगंज में मदनपुर की शिवकलो देवी, रामनगर की सरस्वती देवी, बालेसरा की कुंती देवी और श्यामपुर बाजार की तारा देवी,औरंगाबाद से सोनम कुमारी और राजरानी देवी,पटना से सिया देवी,चंपारण से दिनेश,मुजफ्फरपुर से शीला देवी,
प्रशासन की जानकारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि भरी भीड़ के दौरान घायल 90 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मरे लोगों की पहचान में समय लग रहा है। लापता लोगों की तलाश के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
हादसे की वजह
हादसे का मुख्य कारण भीड़ का ज्यादा होना और उसका सही तरीके से प्रबंधन न करना बताया गया है। प्रशासन ने भी माना कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से व्यवस्था बिगड़ गई।
भविष्य के लिए सबक
इस हादसे ने धार्मिक कार्यक्रमों में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की जरूरत को एक बार फिर से बताया है। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। मरे लोगों के परिवारों को जल्द से जल्द सहायता मिलनी चाहिए।
मानवीय भावनाओं का समय
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में हुई यह घटना दुखद है। यह न केवल प्रशासन बल्कि समाज के लिए भी एक सबक है कि हम सुरक्षा को नजरअंदाज न करें और लोगों की जान की कीमत को समझें।
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